क्या हो तुम मुझे तो तुम बताओ
(ज़रुर बताता हूँ कि क्या हो तुम )
चल पड़ी हैं कश्तिया समंदर दूर हैं हमारा
चल पड़ी हैं कश्तिया समंदर दूर हैं हमारा
उस लैला से पूछ लेना तेरे बाद क्या हाल हैं हमारा
अब हवाए करेगी रोशनियों का फ़ैसला
(ये हवाए बड़े फैसले कर देती हैं )
अब हवाए करेगी रोशनियों का फ़ैसला
जिस दिए मे जान होगी वो दिया होगा हमारा
कल किसने देखा ?
मैंने नही आपने नही और प्यार ने भी नही
कि कल किसने देखा किसने जाना
बस तेरे साथ जो पल बीत गया
वही पल था हमारा
तेरी खुशबु मेरी तस्वीर से आती हैं
तेरी खुशबु मेरी तस्वीर से आती हैं
तस्वीर कि पलके ना झपकना
ना झपक कर मेरा इंतज़ार तुझे हर पल हैं ये बताती हैं
इंतज़ार के बाद एक दिल छम से कहीं से तेरा लौटकर मेरे सामने आ जाना
सोचा बहुत कुछ उस एक पल के लिए
सोचा बहुत कुछ उस एक पल के लिए
पर उस पल मेरी जुबान का खामोश हो जाना
हर पल यही दिल कहता हैं हमारा
(ध्यान से सुनियेगा उदयपुर )
कि बारिश गिरते ही तेरे आँसुओ की कहानी सुनाती हैं
(ये बारिश की बूंदे जब गिरती हैं तो कितने अहसास जगती हैं ये आप अच्छे से जानते हैं )
कि बारिश गिरते ही तेरे आँसुओ की कहानी सुनाती हैं
और तेरे गिरते आंसू उस कहानी को कहाँ सुन पाते हैं
वो कहानी नही सुन पाते
चल पड़ी हैं कश्तिया बस समंदर दूर हैं हमारा
No comments:
Post a Comment