सर झुकाओगे तो पथ्थर भी देवता हो जायेगा
सर झुकाओगे तो पथ्थर भी देवता हो जायेगा
इतना ना चाहो उसे वो भी एक दिन बेवफा हो जायेगा
हम भी दरिया हैं हमे अपना हुनर मालूम हैं
(ध्यान से सुनियेगा उदयपुर )
कि हम भी दरिया हैं हमे अपना हुनर मालूम हैं
जिस तरफ भी चल पड़ेंगे उस तरफ रास्ता हो जायेगा
कितनी सच्चाई से
(ऐसा होता हैं कभी कभी कि मोहब्बत कभी कुछ कह देती हैं तो बहुत बुरा लगता हैं )
कि कितनी सच्चाई से मुझसे मोहब्बत ने कह दिया
कितनी सच्चाई से मुझसे मोहब्बत ने कह दिया
कि तु नही मेरा तो कोई दूसरा हो जायेगा
मैं तो अब तक मोहब्बत तेरा नाम लेकर जी रहा हूँ
मैं तो अब तक मोहब्बत तेरा नाम लेकर जी रहा हूँ
शायद तेरी बद्दुआओं का असर थोडा काम हो जायेगा
सब कुछ उसी का हैं
सब उसी के हैं
हवा खुशबु ज़मीं आस्मान और हम भी
मैं कैसे उससे कैसे कोई बात छुपाऊ
उसे एक पल मे पता हो जायेगा
हमने तो मोहब्बत कि मोहब्बत से भी ज्यादा
(हर प्यार करने वाले को ऐसा ही महसूस होता हैं )
कि हमने तो मोहब्बत कि मोहब्बत से भी ज्यादा
उसने रुसवा किया हमे रुसवाई से ज्यादा
अब ज्यादा कुछ ना बोलू मैं
इस ज़माने को मेरी आंखों से सब पता चल जायेगा
सर झुकाओगे तो पत्थर भी देवता हो जायेगा
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