जो भरा नही भावो से बहती
जिसमे रसधार नही
वो दिल नही पत्थर हैं
जिसमे स्वदेश का प्यार नही
जयभारत कहने से देश बड़ा बनेगा नही
सोच बदलो उन आतंकवादियों की
सच ये पैसा सब कुछ पर भगवान् नही
जान से ज्यादा किसी की कुछ भी नही
और उन लोगो को किसी की जान का कुछ भी ख्याल नही
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