मुझे याद कोई दुआ नही
मेरे हमसफ़र अभी सोच ले
तू मेरे हाथो में लिखा नही
मेरे हमसफ़र अभी सोच ले
अभी रास्ता भी नही धूल में
अभी फिजा भी नही भूल में
अभी मुझको तुझसे गिला नही
मेरे हमसफ़र अभी सोच ले
मैं जनम जनम से बोला नही
(वैसे मैं बहुत बातें करता हूँ मगर जब तू सामने आती हैं तो कुछ बोला नही जाता )
कि मैं जनम जनम से बोला नही
राज़ दिल का किसी से खोला नही
मैं कभी खुल के हंसा नही
अभी तक कहीं खूबसूरती में फसा नही
न जाने तू कहाँ से पसंद आ गई
चंद मुलाकातों में दिल के इतना पास आ गई
अब आई हैं तो यही रहना
(ये धमकी हैं इस लाइन में )
कि अब आई हैं तो यही रहना
तेरे बिना मुझे कुछ नही कहना
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