पल में वो हँसना पल में मानना
खुशियों से मेरा दमन थामना
तुझे देखने के बाद कभी दिल हैं धड़कते
कभी आँखें नम होती
लगता हैं तुझे देखते देखते ही
ये जिंदगी हमारी बसर सी होती
आरजू इस दिल की अरमान हमारे
अब ये दमन किसी का किसी के इंतज़ार से भरा हो
न हौंसले बुलंद न इरादा बनाया
बस मोहब्बत में एक सपनो का घर बनाया
और तुने बस आँखें झुका कर मुझे दीवाना बनाया
कल में रहू या न रहू पर फिर भी दिल में तेरा ख्याल सजाया
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