दिल की आग के इस धुएँ मे
अपनी मंजिल खो बैठे
तेरी यादो की आंधी ऐसी आई
कि हम ना जाने क्या कर बैठे
शायद किसी सपने मे तेरी एक झलक दिख जाए
इसीलिए स्टूडियो मे बैठे बैठे
कुछ देर के लिए अपनी आँखें बंद कर सो बैठे
हर उम्मीद तेरी उम्मीद होती हैं
हर दुआ तेरी दुआ होती हैं
हर उम्मीद मे हर दुआ मे तु नज़र आये
इसीलिए ना जाने क्यों हम उस खुदा तक को मान बैठे
हम थे नादान जो एक उड़ते बादल से दिल लगा बैठे
तुझे कोई प्यार करता रहा और हम
तुझे अपना बनाते रहे
सोचा था क्या और वो क्या कर बैठे
हम जिस पर जीते रहे उसी से सबसे ज्यादा प्यार कर बैठे
उसकी मोहब्बत को किसी की नज़र ना लगे
बस इसीलिए बार बार मंदिर मे जाकर हम
खुदा से भगवान् से उसके बारे मे शिकायत नहीं करते रहे
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