दिल ही दिल मे बस तुमको ही प्यार किया
पर कभी ना भी जुबांसे इकरार किया
सोचा कि समझ जाओगे तुम आंखों की बातें
पर तुमने हमेशा इससे इनकार किया
मेरे जज़्बात जो तुम समझ जाते
तो मुझसे एक पल को भी दूर ना रह पाते
एक पल सुन कर देखो मेरे दिल की धड़कन
तुमको बस अपना नाम सुनाई देगा
और ये बारिश रोज़ बरसती होगी
पर अब बरसे तो तुम्हे हर बूंद मे चेहरा अपना दिखाई देगा
मैं इंतज़ार मे हूँ तुम्हे गले लगाने को
अपने दिल मे पुरी तरह तुम्हे बसाने को
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