इतने बड़े आसमान में से कोना एक हमे दे देते
कोई नाम हम तुम्हे देते कोई नाम तुम हमे दे देते
इतने खेल खेल लेती हो
खेलती हो जब खिलिखिला के हंसती हो
उस हंसी के बाद एक खुशबु तुम सबको दे देती हो
अपनी चुडिया खनका कर मेरे मन की बात जान लेती हो
अपनी बिंदी से दीवाना बनती हो
तुमसे कुछ कहे तो कहे कैसे
कैसे कहे कहो तो यारा
था न जवाब जुबान पे
बिना कहे ही कई सवाल देती हो
न जाने क्या उन हंसी आँखों से कहती हो
और क्या नहीं कहती हो
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