Friday, August 15, 2008

31st july closing poem

प्यार मे ये कैसा कमाल होता हैं
हर ख़ुशी मिलती हैं जब वो करीब होता हैं
दिल मे रहने वाला कि तो इस दिल का रकीब होता हैं
एक साया सा बनकर वो साथ रहता हैं
प्यार मे ये क्या कमाल होता हैं
कुछ कहे बिना इस प्यार का इकरार होता हैं
उसकी झुकती पलकों से बयां हर राज़ होता हैं
होठो पर बस एक नाम हमेशा रहता हैं
प्यार मे ना जाने क्या कमाल होता हैं

No comments: