रह ना पाओगे कभी भूल कर देखो
यकीं ना मेरी बात पर हो तो हमे आजमाकर देखो
हर जगह महसूस होगी कमी हमारी
अपने घर को कितना भी सजा कर देखो
चलो चलते हैं उस जहांमे
जहाँ रिश्तो का नाम नहीं पूछा जाता
धडकनों पर कोई बंदिश नहीं
ख्वाबो पर कोई इल्जाम नहीं लगाया जाता
जिस्म ना हो साथ तो भी क्या
साँसों का हिसाब किसी को दिया नहीं जाता
पर कहाँ होगा ऐसा जहां मुझे मालूम नहीं
हैं तारो पर या सितारों पर
पर क्या करे चाँद तारो पर घर नहीं बसाया जाता
चाँद से प्यार तो बहुत करता हूँ मैं
पर क्या करे चाँद से दिल नहीं लगाया जाता
इसीलिए सारी कायनात छोड़ हम तुझसे प्यार करते हैं
एक ही बात समझ आती हैं
कि ए खुबसूरत तुझसे बहुत प्यार करते हैं
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