तेरी मुलाकात को याद करते हैं
इसी तरह रात से दिन और दिन से रात करते हैं
तेरी मुलाकात को याद करते हैं
इसी तरह रात से दिन और दिन से रात करते हैं
मुस्कुराके अपने गमो को छुपा लेते हैं
बस तुझे एक बार और देख लू
यही दुआ हर पल करते हैं
ईद चली गई और ले गई मेरे साजन को - २
चाँद को देखकर ये ईद जल्दी आ जाए
बस यही बात अपने दिल से रोज़ करते हैं
शुक्र करते हैं उस खुदा का
कुछ दिन के लिए ही सही उसने
तुझसे मुलाकात तो करायी
खुशियों से थोडी देर के लिए ही सही
मेरी बात तो करायी
तुझसे छोटी सी एक मुलाकात हो
तेरी मुलाकात का इन्तेज़ार करते करते
न जाने कैसे उस दिन रात हो गई
जल्दी मिल लो अब मुझसे
रहा जाता नही अब मुझसे
की कुछ दिन से ऐसी हालत हो गई
तेरी याद से मेरी एक मुलाकात हो गई
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