तू कहीं भी रहे सर पर तेरे इल्जाम तो हैं
तेरे हाथो की लकीरों मे मेरा नाम तो हैं
मुझ को तू अपना बना या न बना तेरी खुशी
तू ज़माने मे मेरे नाम से बदनाम तो हैं
देख कर लोग मुझे नाम तेरा लेते हैं
मैं इसी बात से खुश हूँ
मोहब्बत का ये अंजाम तो हैं
बदनाम मेरे प्यार का अफसाना हुआ हैं
दीवाने कहते हैं की ये दीवाना हुआ हैं
बजते हैं ख्यालो मे तेरे नाम से ही घुंघरू
कुछ दिन से मेरे घर भी परियो का आना जाना हुआ हैं
आप हाथो से यूँ चहरे को छुपाते क्यों हो
मुझ से शरमाते हो तो सामने आते क्यों हो
तुम भी कभी मेरी तरह कर लो इकरार
प्यार करते हो मुझ से तो फ़िर छुपाते क्यों हो
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