आज कुछ कहने को नही मेरे
लगता हैं कि कोई मुझसे मेरे शब्द चुरा कर ले गया
आज कुछ देखने को नही हैं मेरे पास
लगता हैं कि कोई मुझे दुनिया का सबसे प्यारा चेहरा दिखा गया
आज कुछ बताने को नही मेरे पास
लगता हैं कि कोई मुझे अपना सच्चा साथी बता गया
आज नही किसी का हाथ थामकर पाल पर चलने का दिन
शायद कोई मुझे सागर से प्यार करना सिखा गया
आज नही मेरी आंखों मे इतनी ताकत
कि मैं किसी की आंखों से आँखें मिला सकू
शायद कोई आंखों आंखों मे मुझे अपना बना गया
आज नही शब्द मेरे पास तैरते हुए
आज नही जज़्बात मेरे होठो तक आकर बहकते हुए
आज नही मेरे पास उसका अक्स
उसकी हर बात मगर मेरे पास हैं
आज हैं वो चेहरा जो इस दुनिया मे सबसे ख़ास हैं
आज हैं वो जो शायद मेरे सामने न होता हुआ भी
मेरे दिल के मेरी आंखों के आस पास हैं
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