तोड़ना होता रिश्ता तो हम न बनते
उम्मीद नही होती तो हम सपने नही सजाते
ऐतबार किया हमने आपकी वफ़ा पे
जो भरोसा न होता आप पर
तो अपना दिल आपके हाथ मे न थमाते
तेरी यादों को अपने पास न बुलाते
थपकिया देकर उन्हें अपने साथ न सुलाते
तेरा हाथ थामकर झूले पे बैठते थे
तेरे चले जाने के बाद झूले को अकेले न झुलाते
बस बैठे रहते घंटो साहिल के पास
रेत पर तेरा नाम लिखते जाते
और उसे कभी न मिटाते
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